रामायणम् — 2.16.31
Original
Segmented
हितेन गुरुणा पित्रा कृतज्ञेन नृपेण च नियुज्यमानो विश्रब्धम् किम् न कुर्याद् अहम् प्रियम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
हितेन | हित | pos=a,g=m,c=3,n=s |
गुरुणा | गुरु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
पित्रा | पितृ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
कृतज्ञेन | कृतज्ञ | pos=a,g=m,c=3,n=s |
नृपेण | नृप | pos=n,g=m,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
नियुज्यमानो | नियुज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
विश्रब्धम् | विश्रम्भ् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
कुर्याद् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=n,c=2,n=s |