रामायणम् — 2.16.12
Original
Segmented
विवर्ण-वदनः दीनो न हि माम् अभिभाषते शारीरो मानसो वा अपि कच्चिद् एनम् न बाधते संतापो वा अभितापः वा दुर्लभम् हि सदा सुखम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विवर्ण | विवर्ण | pos=a,comp=y |
वदनः | वदन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दीनो | दीन | pos=a,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
अभिभाषते | अभिभाष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
शारीरो | शारीर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मानसो | मानस | pos=a,g=m,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
कच्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एनम् | एनद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
बाधते | बाध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
संतापो | संताप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
अभितापः | अभिताप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
दुर्लभम् | दुर्लभ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
सदा | सदा | pos=i |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |