रामायणम् — 2.14.25
Original
Segmented
एष श्रियम् गच्छति राघवो ऽद्य राज-प्रसादात् विपुल-अङ्गम् इष्यन् एते वयम् सर्व-समृद्ध-कामाः येषाम् अयम् नो भविता प्रशास्ता लाभो जनस्य अस्य यद् एष सर्वम् प्रपत्स्यते राष्ट्रम् इदम् चिराय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
श्रियम् | श्री | pos=n,g=f,c=2,n=s |
गच्छति | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
राघवो | राघव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽद्य | अद्य | pos=i |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
प्रसादात् | प्रसाद | pos=n,g=m,c=5,n=s |
विपुल | विपुल | pos=a,comp=y |
अङ्गम् | अङ्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इष्यन् | इष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
एते | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
समृद्ध | समृध् | pos=va,comp=y,f=part |
कामाः | काम | pos=n,g=m,c=1,n=p |
येषाम् | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नो | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
भविता | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
प्रशास्ता | प्रशास्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
लाभो | लाभ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जनस्य | जन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यद् | यत् | pos=i |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रपत्स्यते | प्रपद् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
राष्ट्रम् | राष्ट्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
चिराय | चिराय | pos=i |