रामायणम् — 2.14.24
Original
Segmented
स राघवस् तत्र कथा-प्रलापम् शुश्राव लोकस्य समागतस्य आत्म-अधिकाराः विविधाः च वाचः प्रहृः-रूपस्य पुरे जनस्य
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राघवस् | राघव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
कथा | कथा | pos=n,comp=y |
प्रलापम् | प्रलाप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शुश्राव | श्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
लोकस्य | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
समागतस्य | समागम् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
अधिकाराः | अधिकार | pos=n,g=f,c=2,n=p |
विविधाः | विविध | pos=a,g=f,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
वाचः | वाच् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
प्रहृः | प्रहृष् | pos=va,comp=y,f=part |
रूपस्य | रूप | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पुरे | पुर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
जनस्य | जन | pos=n,g=m,c=6,n=s |