रामायणम् — 2.14.18
Original
Segmented
स सर्वान् अर्थिनो दृष्ट्वा समेत्य प्रतिनन्द्य च ततः पावक-संकाशम् आरुरोह रथ-उत्तमम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अर्थिनो | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
समेत्य | समे | pos=vi |
प्रतिनन्द्य | प्रतिनन्द् | pos=vi |
च | च | pos=i |
ततः | ततस् | pos=i |
पावक | पावक | pos=n,comp=y |
संकाशम् | संकाश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आरुरोह | आरुह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
रथ | रथ | pos=n,comp=y |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=s |