रामायणम् — 2.12.9
Original
Segmented
स धुर्यो वै परिस्पन्दन् युग-चक्र-अन्तरम् यथा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
धुर्यो | धुर्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वै | वै | pos=i |
परिस्पन्दन् | परिस्पन्द् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
युग | युग | pos=n,comp=y |
चक्र | चक्र | pos=n,comp=y |
अन्तरम् | अन्तर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
यथा | यथा | pos=i |