Original

न्यवेदयत्ततः सर्वं सीता रामाय मैथिली ।प्रीतिदानं तपस्विन्या वसनाभरणस्रजाम् ॥ १४ ॥

Segmented

न्यवेदयत् ततः सर्वम् सीता रामाय मैथिली प्रीति-दानम् तपस्विन्या वसन-आभरण-स्रज्

Analysis

Word Lemma Parse
न्यवेदयत् निवेदय् pos=v,p=3,n=s,l=lan
ततः ततस् pos=i
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=2,n=s
सीता सीता pos=n,g=f,c=1,n=s
रामाय राम pos=n,g=m,c=4,n=s
मैथिली मैथिली pos=n,g=f,c=1,n=s
प्रीति प्रीति pos=n,comp=y
दानम् दान pos=n,g=n,c=2,n=s
तपस्विन्या तपस्विनी pos=n,g=f,c=6,n=s
वसन वसन pos=n,comp=y
आभरण आभरण pos=n,comp=y
स्रज् स्रज् pos=n,g=f,c=6,n=p