Original

निमेषान्तरमात्रेण तदानम्य स वीर्यवान् ।ज्यां समारोप्य झटिति पूरयामास वीर्यवान् ॥ ४६ ॥

Segmented

निमेष-अन्तर-मात्रेण तद् आनम्य स वीर्यवान् ज्याम् समारोप्य झटिति पूरयामास वीर्यवान्

Analysis

Word Lemma Parse
निमेष निमेष pos=n,comp=y
अन्तर अन्तर pos=n,comp=y
मात्रेण मात्र pos=n,g=n,c=3,n=s
तद् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
आनम्य आनम् pos=vi
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
वीर्यवान् वीर्यवत् pos=a,g=m,c=1,n=s
ज्याम् ज्या pos=n,g=f,c=2,n=s
समारोप्य समारोपय् pos=vi
झटिति झटिति pos=i
पूरयामास पूरय् pos=v,p=3,n=s,l=lit
वीर्यवान् वीर्यवत् pos=a,g=m,c=1,n=s