Original

प्रतिगृह्य च तत्सीता प्रीतिदानं यशस्विनी ।श्लिष्टाञ्जलिपुटा धीरा समुपास्त तपोधनाम् ॥ २१ ॥

Segmented

प्रतिगृह्य च तत् सीता प्रीति-दानम् यशस्विनी श्लिष्ट-अञ्जलि-पुटा धीरा समुपास्त तपोधनाम्

Analysis

Word Lemma Parse
प्रतिगृह्य प्रतिग्रह् pos=vi
pos=i
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
सीता सीता pos=n,g=f,c=1,n=s
प्रीति प्रीति pos=n,comp=y
दानम् दान pos=n,g=n,c=2,n=s
यशस्विनी यशस्विन् pos=a,g=f,c=1,n=s
श्लिष्ट श्लिष् pos=va,comp=y,f=part
अञ्जलि अञ्जलि pos=n,comp=y
पुटा पुट pos=n,g=f,c=1,n=s
धीरा धीर pos=a,g=f,c=1,n=s
समुपास्त समुपास् pos=v,p=3,n=s,l=lan
तपोधनाम् तपोधन pos=a,g=f,c=2,n=s