Original

सा वस्त्रमङ्गरागं च भूषणानि स्रजस्तथा ।मैथिली प्रतिजग्राह प्रीतिदानमनुत्तमम् ॥ २० ॥

Segmented

सा वस्त्रम् अङ्गरागम् च भूषणानि स्रजस् तथा मैथिली प्रतिजग्राह प्रीति-दानम् अनुत्तमम्

Analysis

Word Lemma Parse
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
वस्त्रम् वस्त्र pos=n,g=n,c=2,n=s
अङ्गरागम् अङ्गराग pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
भूषणानि भूषण pos=n,g=n,c=2,n=p
स्रजस् स्रज् pos=n,g=f,c=2,n=p
तथा तथा pos=i
मैथिली मैथिली pos=n,g=f,c=1,n=s
प्रतिजग्राह प्रतिग्रह् pos=v,p=3,n=s,l=lit
प्रीति प्रीति pos=n,comp=y
दानम् दान pos=n,g=n,c=2,n=s
अनुत्तमम् अनुत्तम pos=a,g=n,c=2,n=s