Original

उपपन्नं च युक्तं च वचनं तव मैथिलि ।प्रीता चास्म्युचितं किं ते करवाणि ब्रवीहि मे ।कृतमित्यब्रवीत्सीता तपोबलसमन्विताम् ॥ १५ ॥

Segmented

उपपन्नम् च युक्तम् च वचनम् तव मैथिलि प्रीता च अस्मि उचितम् किम् ते करवाणि ब्रवीहि मे कृतम् इत्य् अब्रवीत् सीता तपः-बल-समन्विताम्

Analysis

Word Lemma Parse
उपपन्नम् उपपद् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
pos=i
युक्तम् युक्त pos=a,g=n,c=1,n=s
pos=i
वचनम् वचन pos=n,g=n,c=1,n=s
तव त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
मैथिलि मैथिली pos=n,g=f,c=8,n=s
प्रीता प्री pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
pos=i
अस्मि अस् pos=v,p=1,n=s,l=lat
उचितम् उचित pos=a,g=n,c=2,n=s
किम् pos=n,g=n,c=2,n=s
ते त्वद् pos=n,g=,c=4,n=s
करवाणि कृ pos=v,p=1,n=s,l=lot
ब्रवीहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=4,n=s
कृतम् कृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
इत्य् इति pos=i
अब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
सीता सीता pos=n,g=f,c=1,n=s
तपः तपस् pos=n,comp=y
बल बल pos=n,comp=y
समन्विताम् समन्वित pos=a,g=f,c=2,n=s