रामायणम् — 2.110.15
Original
Segmented
उपपन्नम् च युक्तम् च वचनम् तव मैथिलि प्रीता च अस्मि उचितम् किम् ते करवाणि ब्रवीहि मे कृतम् इत्य् अब्रवीत् सीता तपः-बल-समन्विताम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उपपन्नम् | उपपद् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
युक्तम् | युक्त | pos=a,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मैथिलि | मैथिली | pos=n,g=f,c=8,n=s |
प्रीता | प्री | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
उचितम् | उचित | pos=a,g=n,c=2,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
करवाणि | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lot |
ब्रवीहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मे | मद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
इत्य् | इति | pos=i |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
सीता | सीता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तपः | तपस् | pos=n,comp=y |
बल | बल | pos=n,comp=y |
समन्विताम् | समन्वित | pos=a,g=f,c=2,n=s |