रामायणम् — 2.110.10
Original
Segmented
सावित्री पति-शुश्रूषाम् कृत्वा स्वर्गे महीयते तथा वृत्तिः च याता त्वम् पति-शुश्रूषया दिवम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सावित्री | सावित्री | pos=n,g=f,c=1,n=s |
पति | पति | pos=n,comp=y |
शुश्रूषाम् | शुश्रूषा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
स्वर्गे | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=7,n=s |
महीयते | महीय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तथा | तथा | pos=i |
वृत्तिः | वृत्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
याता | या | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
पति | पति | pos=n,comp=y |
शुश्रूषया | शुश्रूषा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
दिवम् | दिव् | pos=n,g=m,c=2,n=s |