रामायणम् — 2.11.15
Original
Segmented
ततः स राजा पुनः एव मूर्छितः प्रियाम् अतुष्टाम् प्रतिकूल-भाषिन् समीक्ष्य पुत्रस्य विवासनम् प्रति क्षितौ विसंज्ञो निपपात दुःखितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
एव | एव | pos=i |
मूर्छितः | मूर्छ् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रियाम् | प्रिय | pos=a,g=f,c=2,n=s |
अतुष्टाम् | अतुष्ट | pos=a,g=f,c=2,n=s |
प्रतिकूल | प्रतिकूल | pos=a,comp=y |
भाषिन् | भाषिन् | pos=a,g=f,c=2,n=s |
समीक्ष्य | समीक्ष् | pos=vi |
पुत्रस्य | पुत्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
विवासनम् | विवासन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रति | प्रति | pos=i |
क्षितौ | क्षिति | pos=n,g=f,c=7,n=s |
विसंज्ञो | विसंज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
निपपात | निपत् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
दुःखितः | दुःखित | pos=a,g=m,c=1,n=s |