रामायणम् — 2.11.10
Original
Segmented
न प्रभातम् त्वया इच्छामि मया अयम् रचितो ऽञ्जलिः अथवा गम्यताम् शीघ्रम् न अहम् इच्छामि निर्घृणाम् नृशंसाम् कैकेयीम् द्रष्टुम् यद्-कृते व्यसनम् महत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
प्रभातम् | प्रभात | pos=n,g=n,c=2,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
रचितो | रचय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽञ्जलिः | अञ्जलि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अथवा | अथवा | pos=i |
गम्यताम् | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
शीघ्रम् | शीघ्रम् | pos=i |
न | न | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
निर्घृणाम् | निर्घृण | pos=a,g=f,c=2,n=s |
नृशंसाम् | नृशंस | pos=a,g=f,c=2,n=s |
कैकेयीम् | कैकेयी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
द्रष्टुम् | दृश् | pos=vi |
यद् | यद् | pos=n,comp=y |
कृते | कृते | pos=i |
व्यसनम् | व्यसन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |