रामायणम् — 2.109.28
Original
Segmented
त्वद्विधास् तु गुणैः युक्ता दृष्ट-लोक-परावर स्त्रियः स्वर्गे चरिष्यन्ति यथा पुण्य-कृतः तथा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वद्विधास् | त्वद्विध | pos=a,g=f,c=1,n=p |
तु | तु | pos=i |
गुणैः | गुण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
युक्ता | युज् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
दृष्ट | दृश् | pos=va,comp=y,f=part |
लोक | लोक | pos=n,comp=y |
परावर | परावर | pos=n,g=f,c=1,n=p |
स्त्रियः | स्त्री | pos=n,g=f,c=1,n=p |
स्वर्गे | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=7,n=s |
चरिष्यन्ति | चर् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
यथा | यथा | pos=i |
पुण्य | पुण्य | pos=n,comp=y |
कृतः | कृत् | pos=a,g=f,c=1,n=p |
तथा | तथा | pos=i |