Original

सीता त्वेतद्वचः श्रुत्वा राघवस्य हितैषिणी ।तामत्रिपत्नीं धर्मज्ञामभिचक्राम मैथिली ॥ १७ ॥

Segmented

सीता त्व् एतद् वचः श्रुत्वा राघवस्य हित-एषिणी ताम् अत्रि-पत्नीम् धर्म-ज्ञाम् अभिचक्राम मैथिली

Analysis

Word Lemma Parse
सीता सीता pos=n,g=f,c=1,n=s
त्व् तु pos=i
एतद् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
वचः वचस् pos=n,g=n,c=2,n=s
श्रुत्वा श्रु pos=vi
राघवस्य राघव pos=n,g=m,c=6,n=s
हित हित pos=n,comp=y
एषिणी एषिन् pos=a,g=f,c=1,n=s
ताम् तद् pos=n,g=f,c=2,n=s
अत्रि अत्रि pos=n,comp=y
पत्नीम् पत्नी pos=n,g=f,c=2,n=s
धर्म धर्म pos=n,comp=y
ज्ञाम् ज्ञ pos=a,g=f,c=2,n=s
अभिचक्राम अभिक्रम् pos=v,p=3,n=s,l=lit
मैथिली मैथिली pos=n,g=f,c=1,n=s