रामायणम् — 2.109.15
Original
Segmented
राज-पुत्रि श्रुतम् त्व् एतन् मुनेः अस्य समीरितम् श्रेयः-अर्थम् आत्मनः शीघ्रम् अभिगच्छ तपस्विनीम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
पुत्रि | पुत्री | pos=n,g=f,c=8,n=s |
श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
त्व् | तु | pos=i |
एतन् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मुनेः | मुनि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
समीरितम् | समीरय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
श्रेयः | श्रेयस् | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
शीघ्रम् | शीघ्रम् | pos=i |
अभिगच्छ | अभिगम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
तपस्विनीम् | तपस्विनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |