रामायणम् — 2.104.12
Original
Segmented
ज्ञातयः च हि योधाः च मित्राणि सुहृदः च नः त्वाम् एव प्रतिकाङ्क्षन्ते पर्जन्यम् इव कर्षकाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ज्ञातयः | ज्ञाति | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
हि | हि | pos=i |
योधाः | योध | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
मित्राणि | मित्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
सुहृदः | सुहृद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
प्रतिकाङ्क्षन्ते | प्रतिकाङ्क्ष् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
पर्जन्यम् | पर्जन्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
कर्षकाः | कर्षक | pos=n,g=m,c=1,n=p |