रामायणम् — 2.103.14
Original
Segmented
अनाहारो निरालोको धन-हीनः यथा द्विजः शेष्ये पुरस्ताच् छालाया यावन् न प्रतियास्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अनाहारो | अनाहार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निरालोको | निरालोक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
धन | धन | pos=n,comp=y |
हीनः | हा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
यथा | यथा | pos=i |
द्विजः | द्विज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शेष्ये | शी | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
पुरस्ताच् | पुरस्तात् | pos=i |
छालाया | शाला | pos=n,g=f,c=5,n=s |
यावन् | यावत् | pos=i |
न | न | pos=i |
प्रतियास्यति | प्रतिया | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |