रामायणम् — 2.101.8
Original
Segmented
कस्य यास्याम्य् अहम् वृत्तम् केन वा स्वर्गम् आप्नुयाम् अनया वर्तमानो ऽहम् वृत्त्या हीन-प्रतिज्ञया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कस्य | क | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यास्याम्य् | या | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
वृत्तम् | वृत्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
केन | क | pos=n,g=m,c=3,n=s |
वा | वा | pos=i |
स्वर्गम् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आप्नुयाम् | आप् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
अनया | इदम् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
वर्तमानो | वृत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
वृत्त्या | वृत्ति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
हीन | हा | pos=va,comp=y,f=part |
प्रतिज्ञया | प्रतिज्ञा | pos=n,g=f,c=3,n=s |