रामायणम् — 2.100.2
Original
Segmented
साधु राघव मा भूत् ते बुद्धिः एवम् निरर्थका प्राकृतस्य नरस्य इव आर्य-बुद्धेः तपस्विनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
साधु | साधु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
राघव | राघव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
मा | मा | pos=i |
भूत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lun_unaug |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
बुद्धिः | बुद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
एवम् | एवम् | pos=i |
निरर्थका | निरर्थक | pos=a,g=f,c=1,n=s |
प्राकृतस्य | प्राकृत | pos=a,g=m,c=6,n=s |
नरस्य | नर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
इव | इव | pos=i |
आर्य | आर्य | pos=a,comp=y |
बुद्धेः | बुद्धि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तपस्विनः | तपस्विन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |