रामायणम् — 2.10.17
Original
Segmented
अवलिप्ते न जानासि त्वत्तः प्रियतरो मम मनुजो मनुज-व्याघ्रतः रामाद् अन्यो न विद्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अवलिप्ते | अवलिप्त | pos=a,g=f,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
जानासि | ज्ञा | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
त्वत्तः | त्वद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
प्रियतरो | प्रियतर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मनुजो | मनुज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मनुज | मनुज | pos=n,comp=y |
व्याघ्रतः | व्याघ्र | pos=n,g=m,c=5,n=s |
रामाद् | राम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अन्यो | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |