रामायणम् — 2.1.16
Original
Segmented
कथंचिद् उपकारेण कृतेन एकेन तुष्यति न स्मरत्य् अपकाराणाम् शतम् अप्य् आत्मवत्-तया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कथंचिद् | कथंचिद् | pos=i |
उपकारेण | उपकार | pos=n,g=m,c=3,n=s |
कृतेन | कृ | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
एकेन | एक | pos=n,g=m,c=3,n=s |
तुष्यति | तुष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
स्मरत्य् | स्मृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अपकाराणाम् | अपकार | pos=n,g=m,c=6,n=p |
शतम् | शत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अप्य् | अपि | pos=i |
आत्मवत् | आत्मवत् | pos=a,comp=y |
तया | ता | pos=n,g=f,c=3,n=s |