रामायणम् — 1.9.12
Original
Segmented
कस् त्वम् किम् वर्तसे ब्रह्मञ् ज्ञातुम् इच्छामहे वयम् एकस् त्वम् विजने घोरे वने चरसि शंस नः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कस् | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वर्तसे | वृत् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
ब्रह्मञ् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
ज्ञातुम् | ज्ञा | pos=vi |
इच्छामहे | इष् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
एकस् | एक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
विजने | विजन | pos=a,g=n,c=7,n=s |
घोरे | घोर | pos=a,g=n,c=7,n=s |
वने | वन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
चरसि | चर् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
शंस | शंस् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
नः | मद् | pos=n,g=,c=2,n=p |