रामायणम् — 1.9.10
Original
Segmented
ततः कदाचित् तम् देशम् आजगाम यदृच्छया विभाण्डक-सुतः तत्र ताः च अपश्यत् वर-अङ्गनाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
कदाचित् | कदाचिद् | pos=i |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
देशम् | देश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आजगाम | आगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यदृच्छया | यदृच्छा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
विभाण्डक | विभाण्डक | pos=n,comp=y |
सुतः | सुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
ताः | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
अपश्यत् | पश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
वर | वर | pos=a,comp=y |
अङ्गनाः | अङ्गना | pos=n,g=f,c=2,n=p |