रामायणम् — 1.75.19
Original
Segmented
न च इयम् मम काकुत्स्थ व्रीडा भवितुम् अर्हति त्वया त्रैलोक्य-नाथेन यद् अहम् विमुखीकृतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
काकुत्स्थ | काकुत्स्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
व्रीडा | व्रीडा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
भवितुम् | भू | pos=vi |
अर्हति | अर्ह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
त्रैलोक्य | त्रैलोक्य | pos=n,comp=y |
नाथेन | नाथ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
यद् | यत् | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
विमुखीकृतः | विमुखीकृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |