रामायणम् — 1.75.17
Original
Segmented
अक्षय्यम् मधुहन्तारम् जानामि त्वाम् सुरेश्वरम् धनुषो ऽस्य परामर्शात् स्वस्ति ते ऽस्तु परंतप
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अक्षय्यम् | अक्षय्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
मधुहन्तारम् | मधुहन्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
जानामि | ज्ञा | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
सुरेश्वरम् | सुरेश्वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
धनुषो | धनुस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
ऽस्य | इदम् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
परामर्शात् | परामर्श | pos=n,g=m,c=5,n=s |
स्वस्ति | स्वस्ति | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
ऽस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
परंतप | परंतप | pos=a,g=m,c=8,n=s |