रामायणम् — 1.74.25
Original
Segmented
पृथिवीम् च अखिलाम् प्राप्य काश्यपाय महात्मने यज्ञस्य अन्ते तदा राम दक्षिणाम् पुण्य-कर्मणे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पृथिवीम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
अखिलाम् | अखिल | pos=a,g=f,c=2,n=s |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
काश्यपाय | काश्यप | pos=n,g=m,c=4,n=s |
महात्मने | महात्मन् | pos=a,g=m,c=4,n=s |
यज्ञस्य | यज्ञ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अन्ते | अन्त | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
राम | राम | pos=n,g=m,c=8,n=s |
दक्षिणाम् | दक्षिणा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
पुण्य | पुण्य | pos=a,comp=y |
कर्मणे | कर्मन् | pos=n,g=m,c=4,n=s |