रामायणम् — 1.72.5
Original
Segmented
श्रुत्वा त्व् अहम् अयोध्यायाम् विवाह-अर्थम् ते आत्मजान् मिथिलाम् उपयातास् तु त्वया सह महीपते त्वरया अभ्युपयातः ऽहम् द्रष्टु-कामः स्वसुः सुतम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
त्व् | तु | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अयोध्यायाम् | अयोध्या | pos=n,g=f,c=7,n=s |
विवाह | विवाह | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
आत्मजान् | आत्मज | pos=n,g=m,c=2,n=p |
मिथिलाम् | मिथिला | pos=n,g=f,c=2,n=s |
उपयातास् | उपया | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
तु | तु | pos=i |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
सह | सह | pos=i |
महीपते | महीपति | pos=n,g=m,c=8,n=s |
त्वरया | त्वरा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
अभ्युपयातः | अभ्युपया | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
द्रष्टु | द्रष्टु | pos=n,comp=y |
कामः | काम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स्वसुः | स्वसृ | pos=n,g=f,c=6,n=s |
सुतम् | सुत | pos=n,g=m,c=2,n=s |