रामायणम् — 1.71.5
Original
Segmented
भ्राता यवीयान् धर्म-ज्ञः एष राजा कुशध्वजः अस्य धर्म-आत्मनः राजन् रूपेण अप्रतिमम् भुवि सुता-द्वयम् नर-श्रेष्ठ पत्नी अर्थम् वरयामहे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भ्राता | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यवीयान् | यवीयस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
ज्ञः | ज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कुशध्वजः | कुशध्वज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
रूपेण | रूप | pos=n,g=n,c=3,n=s |
अप्रतिमम् | अप्रतिम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
भुवि | भू | pos=n,g=f,c=7,n=s |
सुता | सुता | pos=n,comp=y |
द्वयम् | द्वय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
नर | नर | pos=n,comp=y |
श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
पत्नी | पत्नी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वरयामहे | वरय् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |