रामायणम् — 1.7.7
Original
Segmented
कुशला व्यवहारेषु सौहृदेषु परीक्षिताः प्राप्त-कालम् यथा दण्डम् धारयेयुः सुतेष्व् अपि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कुशला | कुशल | pos=a,g=m,c=1,n=p |
व्यवहारेषु | व्यवहार | pos=n,g=m,c=7,n=p |
सौहृदेषु | सौहृद | pos=n,g=m,c=7,n=p |
परीक्षिताः | परीक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
प्राप्त | प्राप् | pos=va,comp=y,f=part |
कालम् | काल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
दण्डम् | दण्ड | pos=n,g=m,c=2,n=s |
धारयेयुः | धारय् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
सुतेष्व् | सुत | pos=n,g=m,c=7,n=p |
अपि | अपि | pos=i |