रामायणम् — 1.7.17
Original
Segmented
तैः मन्त्रिभिः मन्त्र-हितैः निविष्टैः वृतो ऽनुरक्तैः कुशलैः समर्थैः स पार्थिवो दीप्तिम् अवाप युक्तस् तेजः-मयैः गोभिः इव उदितः ऽर्कः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
मन्त्रिभिः | मन्त्रिन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
मन्त्र | मन्त्र | pos=n,comp=y |
हितैः | धा | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
निविष्टैः | निविश् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
वृतो | वृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽनुरक्तैः | अनुरञ्ज् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
कुशलैः | कुशल | pos=a,g=m,c=3,n=p |
समर्थैः | समर्थ | pos=a,g=m,c=3,n=p |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पार्थिवो | पार्थिव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दीप्तिम् | दीप्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अवाप | अवाप् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
युक्तस् | युज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तेजः | तेजस् | pos=n,comp=y |
मयैः | मय | pos=a,g=m,c=3,n=p |
गोभिः | गो | pos=n,g=,c=3,n=p |
इव | इव | pos=i |
उदितः | उदि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽर्कः | अर्क | pos=n,g=m,c=1,n=s |