रामायणम् — 1.69.21
Original
Segmented
अनरण्यात् पृथुः जज्ञे त्रिशङ्कुस् तु पृथोः सुतः त्रिशङ्कोः अभवत् पुत्रो धुन्धुमारो महा-यशाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अनरण्यात् | अनरण्य | pos=n,g=m,c=5,n=s |
पृथुः | पृथु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जज्ञे | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
त्रिशङ्कुस् | त्रिशङ्कु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
पृथोः | पृथु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सुतः | सुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्रिशङ्कोः | त्रिशङ्कु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
पुत्रो | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
धुन्धुमारो | धुन्धुमार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
यशाः | यशस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |