रामायणम् — 1.68.9
Original
Segmented
स्वागतम् ते महा-राज दिष्ट्या प्राप्तो ऽसि राघव पुत्रयोः उभयोः प्रीतिम् लप्स्यसे वीर्य-निर्जिताम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्वागतम् | स्वागत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
दिष्ट्या | दिष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
प्राप्तो | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽसि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
राघव | राघव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
पुत्रयोः | पुत्र | pos=n,g=m,c=6,n=d |
उभयोः | उभय | pos=a,g=m,c=6,n=d |
प्रीतिम् | प्रीति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
लप्स्यसे | लभ् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
वीर्य | वीर्य | pos=n,comp=y |
निर्जिताम् | निर्जि | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |