रामायणम् — 1.63.6
Original
Segmented
त्वम् हि रूपम् बहु-गुणम् कृत्वा परम-भास्वरम् तम् ऋषिम् कौशिकम् रम्भे भेदयस्व तपस्विनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
रूपम् | रूप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
गुणम् | गुण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
परम | परम | pos=a,comp=y |
भास्वरम् | भास्वर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ऋषिम् | ऋषि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कौशिकम् | कौशिक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रम्भे | रम्भा | pos=n,g=f,c=8,n=s |
भेदयस्व | भेदय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
तपस्विनम् | तपस्विन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |