रामायणम् — 1.61.8
Original
Segmented
यत्कृते पितरः पुत्राञ् जनयन्ति शुभ-अर्थिनः परलोक-हित-अर्थाय तस्य कालो ऽयम् आगतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यत्कृते | यत्कृते | pos=i |
पितरः | पितृ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पुत्राञ् | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
जनयन्ति | जनय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
शुभ | शुभ | pos=a,comp=y |
अर्थिनः | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
परलोक | परलोक | pos=n,comp=y |
हित | हित | pos=n,comp=y |
अर्थाय | अर्थ | pos=n,g=m,c=4,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कालो | काल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आगतः | आगम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |