Original

शुनःशेपं नरश्रेष्ठ गृहीत्वा तु महायशाः ।व्यश्राम्यत्पुष्करे राजा मध्याह्ने रघुनन्दन ॥ १ ॥

Segmented

शुनःशेपम् नर-श्रेष्ठ गृहीत्वा तु महा-यशाः व्यश्राम्यत् पुष्करे राजा मध्याह्ने रघुनन्दन

Analysis

Word Lemma Parse
शुनःशेपम् शुनःशेप pos=n,g=m,c=2,n=s
नर नर pos=n,comp=y
श्रेष्ठ श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=8,n=s
गृहीत्वा ग्रह् pos=vi
तु तु pos=i
महा महत् pos=a,comp=y
यशाः यशस् pos=n,g=m,c=1,n=s
व्यश्राम्यत् विश्रम् pos=v,p=3,n=s,l=lan
पुष्करे पुष्कर pos=n,g=n,c=7,n=s
राजा राजन् pos=n,g=m,c=1,n=s
मध्याह्ने मध्याह्न pos=n,g=m,c=7,n=s
रघुनन्दन रघुनन्दन pos=n,g=m,c=8,n=s