रामायणम् — 1.59.22
Original
Segmented
सृष्ट्वा नक्षत्र-वंशम् च क्रोधेन कलुषीकृतः अन्यम् इन्द्रम् करिष्यामि लोको वा स्याद् अनिन्द्रकः दैवतान्य् अपि स क्रोधात् स्रष्टुम् समुपचक्रमे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सृष्ट्वा | सृज् | pos=vi |
नक्षत्र | नक्षत्र | pos=n,comp=y |
वंशम् | वंश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
क्रोधेन | क्रोध | pos=n,g=m,c=3,n=s |
कलुषीकृतः | कलुषीकृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अन्यम् | अन्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इन्द्रम् | इन्द्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
करिष्यामि | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
लोको | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
स्याद् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
अनिन्द्रकः | अनिन्द्रक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
दैवतान्य् | दैवत | pos=n,g=n,c=2,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
क्रोधात् | क्रोध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
स्रष्टुम् | सृज् | pos=vi |
समुपचक्रमे | समुपक्रम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |