रामायणम् — 1.59.2
Original
Segmented
अयम् इक्ष्वाकु-दायादः त्रिशङ्कुः इति विश्रुतः धर्मिष्ठः च वदान्यः च माम् च एव शरणम् गतः स्वेन अनेन शरीरेण देव-लोक-जिगीषया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इक्ष्वाकु | इक्ष्वाकु | pos=n,comp=y |
दायादः | दायाद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्रिशङ्कुः | त्रिशङ्कु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
विश्रुतः | विश्रु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
धर्मिष्ठः | धर्मिष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
वदान्यः | वदान्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
शरणम् | शरण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
गतः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स्वेन | स्व | pos=a,g=n,c=3,n=s |
अनेन | इदम् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
शरीरेण | शरीर | pos=n,g=n,c=3,n=s |
देव | देव | pos=n,comp=y |
लोक | लोक | pos=n,comp=y |
जिगीषया | जिगीषा | pos=n,g=f,c=3,n=s |