रामायणम् — 1.57.8
Original
Segmented
ऋषि-पुत्राः तु तच् छ्रुत्वा वाक्यम् घोर-अभिसंहितम् शेपुः परम-संक्रुद्धाः चण्डाल-त्वम् गमिष्यसि एवम् उक्त्वा महात्मानो विविशुस् ते स्वम् आश्रमम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ऋषि | ऋषि | pos=n,comp=y |
पुत्राः | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तु | तु | pos=i |
तच् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
छ्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
घोर | घोर | pos=a,comp=y |
अभिसंहितम् | अभिसंधा | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
शेपुः | शप् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
परम | परम | pos=a,comp=y |
संक्रुद्धाः | संक्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
चण्डाल | चण्डाल | pos=n,comp=y |
त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
गमिष्यसि | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
एवम् | एवम् | pos=i |
उक्त्वा | वच् | pos=vi |
महात्मानो | महात्मन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
विविशुस् | विश् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
स्वम् | स्व | pos=a,g=m,c=2,n=s |
आश्रमम् | आश्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |