Original

बालिशस्त्वं नरश्रेष्ठ गम्यतां स्वपुरं पुनः ।याजने भगवाञ्शक्तस्त्रैलोक्यस्यापि पार्थिव ॥ ५ ॥

Segmented

बालिशस् त्वम् नर-श्रेष्ठ गम्यताम् स्व-पुरम् पुनः याजने भगवाञ् शक्तस् त्रैलोक्यस्य अपि पार्थिव

Analysis

Word Lemma Parse
बालिशस् बालिश pos=n,g=m,c=1,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
नर नर pos=n,comp=y
श्रेष्ठ श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=8,n=s
गम्यताम् गम् pos=v,p=3,n=s,l=lot
स्व स्व pos=a,comp=y
पुरम् पुर pos=n,g=n,c=2,n=s
पुनः पुनर् pos=i
याजने याजन pos=n,g=n,c=1,n=d
भगवाञ् भगवत् pos=a,g=m,c=1,n=s
शक्तस् शक् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
त्रैलोक्यस्य त्रैलोक्य pos=n,g=n,c=6,n=s
अपि अपि pos=i
पार्थिव पार्थिव pos=n,g=m,c=8,n=s