रामायणम् — 1.57.22
Original
Segmented
तस्य मे परम-आर्तस्य प्रसादम् अभिकाङ्क्षतः कर्तुम् अर्हसि भद्रम् ते दैव-उपहत-कर्मणः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
परम | परम | pos=a,comp=y |
आर्तस्य | आर्त | pos=a,g=m,c=6,n=s |
प्रसादम् | प्रसाद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अभिकाङ्क्षतः | अभिकाङ्क्ष् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
कर्तुम् | कृ | pos=vi |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
भद्रम् | भद्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
दैव | दैव | pos=n,comp=y |
उपहत | उपहन् | pos=va,comp=y,f=part |
कर्मणः | कर्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |