रामायणम् — 1.55.3
Original
Segmented
क्षत्रबन्धो स्थितो ऽस्म्य् एष यद् बलम् तद् विदर्शय नाशयाम्य् एष ते दर्पम् शस्त्रस्य तव गाधिज
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
क्षत्रबन्धो | क्षत्रबन्धु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
स्थितो | स्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽस्म्य् | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विदर्शय | विदर्शय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
नाशयाम्य् | नाशय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
दर्पम् | दर्प | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शस्त्रस्य | शस्त्र | pos=n,g=n,c=6,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
गाधिज | गाधिज | pos=n,g=m,c=8,n=s |