Original

निर्धूय तांस्तदा भृत्याञ्शतशः शत्रुसूदन ।जगामानिलवेगेन पादमूलं महात्मनः ॥ ६ ॥

Segmented

निर्धूय तांस् तदा भृत्याञ् शतशः शत्रु-सूदन जगाम अनिल-वेगेन पाद-मूलम् महात्मनः

Analysis

Word Lemma Parse
निर्धूय निर्धू pos=vi
तांस् तद् pos=n,g=m,c=2,n=p
तदा तदा pos=i
भृत्याञ् भृत्य pos=n,g=m,c=2,n=p
शतशः शतशस् pos=i
शत्रु शत्रु pos=n,comp=y
सूदन सूदन pos=a,g=m,c=8,n=s
जगाम गम् pos=v,p=3,n=s,l=lit
अनिल अनिल pos=n,comp=y
वेगेन वेग pos=n,g=m,c=3,n=s
पाद पाद pos=n,comp=y
मूलम् मूल pos=n,g=n,c=2,n=s
महात्मनः महात्मन् pos=a,g=m,c=6,n=s