रामायणम् — 1.53.20
Original
Segmented
विश्वामित्र-अर्दितान् दृष्ट्वा पह्लवाञ् शतशस् तदा भूय एव असृजत् घोराञ् शकान् यवन-मिश्रितान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विश्वामित्र | विश्वामित्र | pos=n,comp=y |
अर्दितान् | अर्दय् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
पह्लवाञ् | पह्लव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
शतशस् | शतशस् | pos=i |
तदा | तदा | pos=i |
भूय | भूयस् | pos=i |
एव | एव | pos=i |
असृजत् | सृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
घोराञ् | घोर | pos=a,g=m,c=2,n=p |
शकान् | शक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
यवन | यवन | pos=n,comp=y |
मिश्रितान् | मिश्रय् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |