रामायणम् — 1.51.22
Original
Segmented
यस्य यस्य यथाकामम् षः-रसेषु अभिपूजितम् तत् सर्वम् कामधुग् दिव्ये अभिवर्ष-कृते मम
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यथाकामम् | यथाकाम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
षः | षष् | pos=n,comp=y |
रसेषु | रस | pos=n,g=m,c=7,n=p |
अभिपूजितम् | अभिपूजय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कामधुग् | कामदुह् | pos=n,g=,c=1,n=s |
दिव्ये | दिव्य | pos=a,g=f,c=8,n=s |
अभिवर्ष | अभिवर्ष | pos=n,comp=y |
कृते | कृ | pos=va,g=f,c=8,n=s,f=part |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |