Original

एवं ब्रुवन्तं राजानं वसिष्ठः पुनरेव हि ।न्यमन्त्रयत धर्मात्मा पुनः पुनरुदारधीः ॥ १८ ॥

Segmented

एवम् ब्रुवन्तम् राजानम् वसिष्ठः पुनः एव हि न्यमन्त्रयत धर्म-आत्मा पुनः पुनः उदार-धीः

Analysis

Word Lemma Parse
एवम् एवम् pos=i
ब्रुवन्तम् ब्रू pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
राजानम् राजन् pos=n,g=m,c=2,n=s
वसिष्ठः वसिष्ठ pos=n,g=m,c=1,n=s
पुनः पुनर् pos=i
एव एव pos=i
हि हि pos=i
न्यमन्त्रयत निमन्त्रय् pos=v,p=3,n=s,l=lan
धर्म धर्म pos=n,comp=y
आत्मा आत्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
पुनः पुनर् pos=i
पुनः पुनर् pos=i
उदार उदार pos=a,comp=y
धीः धी pos=n,g=m,c=1,n=s