रामायणम् — 1.49.12
Original
Segmented
आसनेषु यथान्यायम् उपविष्टान् समन्ततः दृष्ट्वा स नृपतिस् तत्र विश्वामित्रम् अथ अब्रवीत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आसनेषु | आसन | pos=n,g=n,c=7,n=p |
यथान्यायम् | यथान्यायम् | pos=i |
उपविष्टान् | उपविश् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
समन्ततः | समन्ततः | pos=i |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नृपतिस् | नृपति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
विश्वामित्रम् | विश्वामित्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अथ | अथ | pos=i |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |