Original

किमर्थं च नरश्रेष्ठौ संप्राप्तौ दुर्गमे पथि ।वरायुधधरौ वीरौ श्रोतुमिच्छामि तत्त्वतः ॥ ६ ॥

Segmented

किम् अर्थम् च नर-श्रेष्ठा सम्प्राप्तौ दुर्गमे पथि वर-आयुध-धरौ वीरौ श्रोतुम् इच्छामि तत्त्वतः

Analysis

Word Lemma Parse
किम् pos=n,g=n,c=2,n=s
अर्थम् अर्थ pos=n,g=n,c=2,n=s
pos=i
नर नर pos=n,comp=y
श्रेष्ठा श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=1,n=d
सम्प्राप्तौ सम्प्राप् pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part
दुर्गमे दुर्गम pos=a,g=m,c=7,n=s
पथि पथिन् pos=n,g=m,c=7,n=s
वर वर pos=a,comp=y
आयुध आयुध pos=n,comp=y
धरौ धर pos=a,g=m,c=1,n=d
वीरौ वीर pos=n,g=m,c=1,n=d
श्रोतुम् श्रु pos=vi
इच्छामि इष् pos=v,p=1,n=s,l=lat
तत्त्वतः तत्त्व pos=n,g=n,c=5,n=s