रामायणम् — 1.47.4
Original
Segmented
यदृच्छया एव गाम् प्राप्तौ देव-लोकात् इव अमरौ कथम् पद्भ्याम् इह प्राप्तौ किमर्थम् कस्य वा मुने
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदृच्छया | यदृच्छा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
एव | एव | pos=i |
गाम् | गो | pos=n,g=,c=2,n=s |
प्राप्तौ | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
देव | देव | pos=n,comp=y |
लोकात् | लोक | pos=n,g=m,c=5,n=s |
इव | इव | pos=i |
अमरौ | अमर | pos=n,g=m,c=1,n=d |
कथम् | कथम् | pos=i |
पद्भ्याम् | पद् | pos=n,g=m,c=3,n=d |
इह | इह | pos=i |
प्राप्तौ | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
किमर्थम् | किमर्थम् | pos=i |
कस्य | क | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वा | वा | pos=i |
मुने | मुनि | pos=n,g=m,c=8,n=s |